श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने एक महत्वपूर्ण गठबंधन की घोषणा की है। इस गठबंधन की घोषणा फारूक अब्दुल्ला ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद की, जिसमें उन्होंने कहा कि सीटों का बंटवारा बाद में तय किया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने श्रीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर का सही प्रतिनिधित्व और इसे राज्य का दर्जा वापस दिलाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस क्षेत्र से उनका गहरा भावनात्मक जुड़ाव है, और उम्मीद जताई कि लोग चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करेंगे।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि लोकसभा चुनावों में उन्होंने पीएम मोदी का आत्मविश्वास तोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि मोदी की छाती अब 56 इंच की नहीं रही और वे अब कंधे झुका कर चलते हैं। राहुल ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में गठबंधन तभी कारगर होगा जब कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी जोर देकर कहा कि अगर पार्टी जम्मू-कश्मीर चुनाव जीतती है, तो पूरे देश पर उनकी पकड़ मजबूत हो जाएगी। राहुल और खड़गे वर्तमान में दो दिन के जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं और 21 अगस्त की शाम श्रीनगर पहुंचे। अगले दिन उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और अपनी योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में महत्वपूर्ण बिंदुओं को उजागर किया:
- उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब किसी राज्य का दर्जा छीनकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है। उनका लक्ष्य है कि जम्मू-कश्मीर को उसका पुराना दर्जा वापस मिले, और इसलिए वे यहाँ आए हैं।
- राहुल ने लोकतंत्र की रक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि वे देश के लोगों के दिलों में डर को मिटाना चाहते हैं, और कांग्रेस इसके लिए काम कर रही है।
- एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि जब वे आइसक्रीम खाने गए तो वहां कुछ लोगों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग अच्छे नहीं लगते, जिस पर उन्होंने तर्क किया कि उनका यहाँ से पुराना खून का रिश्ता है।
- राहुल ने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन ने मोदी और उनकी पार्टी को पराजित किया है। मोदी की आत्म-समर्पण की स्थिति अब पहले जैसी नहीं रही, और यह मोहब्बत और एकता की जीत है।
कांग्रेस ने कश्मीर में 12 सीटों की मांग की है, और नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ सीटों के बंटवारे पर चर्चा चल रही है। फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने राहुल और खड़गे से मुलाकात की, और इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया। कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और एनसी महासचिव अली मोहम्मद सागर के बीच हुई बैठक में कांग्रेस ने जम्मू में भी 12 सीटें देने की पेशकश की है, हालांकि एनसी नेताओं ने कश्मीर से इतनी सीटें छोड़ने के लिए असहमति जताई है। अब यह देखना बाकी है कि इस गठबंधन की बात कैसे आकार लेती है।
जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा सीटें हैं, जैसा कि परिसीमन आयोग की 5 मई 2022 की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है। जम्मू डिवीजन में 6 सीटें बढ़ाकर 43 की गईं हैं, और कश्मीर घाटी में 1 सीट जोड़कर 47 सीटें बनाई गई हैं। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर में 5 लोकसभा सीटें भी हैं: बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग-राजौरी, उधमपुर और जम्मू।