काठमांडू। शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जब 40 सवारियों से भरी भारतीय बस मध्य नेपाल के तनहुन जिले के आइना पहाड़ा क्षेत्र में मर्सियांगडी नदी में गिर गई। इस भीषण दुर्घटना में कम से कम एक दर्जन लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। हादसा उस समय हुआ जब बस गोरखपुर से नेपाल की ओर यात्रा कर रही थी और पोखरा से काठमांडू की ओर जा रही थी।
जैसे ही इस दुर्घटना की जानकारी मिली, सशस्त्र पुलिस बल नेपाल की आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण विद्यालय ने तुरंत एक 45 सदस्यीय टीम का गठन किया, जो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) माधव पौडेल के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। टीम ने तेजी से राहत और बचाव कार्य शुरू किया, जिसमें नदी के किनारे और आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन की गई। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, बचाव दल ने अब तक लगभग 11 शवों को बरामद कर लिया है, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
टनहुन के एसपी बीरेंद्र शाही ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय पुलिस कार्यालय के निरीक्षक अबू खैरेनी भी मौके पर पहुंचे हैं और वे बचाव कार्य में पूरी तरह से जुटे हुए हैं। इस दुर्घटना के बाद, स्थानीय समुदाय भी सक्रिय रूप से राहत कार्य में शामिल हो गया है और घायल लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।
यह हादसा न केवल पीड़ित परिवारों के लिए एक गंभीर संकट है, बल्कि नेपाल और भारत के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण सुरक्षा चेतावनी के रूप में सामने आया है। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है, और स्थानीय प्रशासन इस त्रासदी के प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।